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बरसात के मौसम में लिरिक्स | Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi

इस लेख में हम “Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi” या “बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में” विषय पर चर्चा करेंगे। अजय देवगन, जूही चावला और नसीरुद्दीन शाह अभिनीत गीत “बरसात के मौसम में” सबसे लोकप्रिय हिन्दी गीतों में से एक है और वर्तमान में भारत में ट्रेंड कर रहा है। टिप्स ऑफिशियल द्वारा प्रस्तुत 3 मार्च 1995 को रिलीज़ हुई फ़िल्म/एल्बम ‘नाजायज़’ में बरसात के मौसम में गीत जोड़े गए। बरसात के मौसम में लिरिक्स के सिंगर कुमार शानू और रूप कुमार राठौड हैं और बरसात के मौसम में लिरिक्स का म्यूजिक अनु मलिक ने दिया है। बरसात के मौसम में लिरिक्स सुदर्शन फ़ाकीर द्वारा लिखे गए थे। इस पेज पर आपको बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में (Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi) मिलेंगे।

बरसात के मौसम में गीत का विवरण – कुमार शानू और रूप कुमार राठौड

  • विवरण: बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में | Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi
  • गाने का नाम: बरसात के मौसम में
  • गायक का नाम: कुमार शानू और रूप कुमार राठौड
  • संगीतकार: अनु मलिक
  • गीत: सुदर्शन फ़ाकीर
  • फिल्म/एल्बम का नाम: नाजायज़
  • अभिनेता: अजय देवगन, जूही चावला और नसीरुद्दीन शाह
  • निदेशक: महेश भट्ट
  • रिलीज़ की तारीख: 3 मार्च 1995
  • भाषा: हिन्दी
  • म्यूज़िक लेबल: टिप्स ऑफिशियल

Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi | बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में – कुमार शानू और रूप कुमार राठौड

बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में, Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi

बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया

अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो

बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया

अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो

मुझे टुकड़ों में नहीं जीना है
क़तरा क़तरा तो नहीं पीना है
मुझे टुकड़ों में नहीं जीना है
क़तरा क़तरा तो नहीं पीना है
हो आज पैमाने हटा दो यारों
हाँ सारा मैकाना पिला दो यारों

मैकडोँ में तो पीया करता हूँ
मैकडोँ में तो पीया करता हूँ
चलती राहों में तो पी लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो

मेरे दुश्मन हैं ज़माने के गम
बाद पिने के ये होंगे काम
मेरे दुश्मन हैं ज़माने के गम
बाद पिने के ये होंगे काम
हो ज़ुल्म दुनिया के न सह पायूँगा
बिन पिए आज न रह पायूँगा

मुझे हालात से टकराना है
मुझे हालात से टकराना है
ऐसे हालात में पी लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो

आज की श्याम बड़ी बाजल है
आज की रात बड़ी कातिल है
आज की श्याम बड़ी बाजल है
आज की रात बड़ी खातील है

हो आज की श्याम ढलेगी कैसे
हां आज की रात कयेगी कैसे
आग से आग बुझेगी दिल की
आग से आग बुझेगी दिल की

मुझे ये आज भी पीलेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो

हम्म बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
हंबरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया

अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
भरी बरसात में पी लेने दो…

कुमार सानू के बारे में – Barsaat Ke Mausam Mein Singer

केदारनाथ भट्टाचार्य (जन्म 20 अक्टूबर 1957), जिन्हें कुमार शानू के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय पार्श्व गायक हैं। उन्हें बॉलीवुड में मेलोडी के बादशाह के रूप में जाना जाता है। उनकी आवाज और गायन शैली गायक किशोर कुमार से काफी प्रभावित हैं। वह हजारों बॉलीवुड हिंदी गाने गाने के लिए प्रसिद्ध हैं। हिंदी के अलावा, उन्होंने मराठी, नेपाली, असमिया, भोजपुरी, गुजराती, मणिपुरी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, तमिल, पंजाबी, ओडिया, छत्तीसगढ़ी, उर्दू, पाली, अंग्रेजी और अपनी मूल भाषा बंगाली सहित अन्य भाषाओं में भी गाया है। पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश दोनों में। उन्होंने अरिजीत सिंह के साथ सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक (1990-1994) के लिए लगातार पांच फिल्मफेयर पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड बनाया। भारतीय सिनेमा और संगीत में उनके योगदान के लिए, उन्हें भारत सरकार द्वारा 2009 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उनके कई ट्रैक बीबीसी के “सभी समय के शीर्ष 40 बॉलीवुड साउंडट्रैक” में शामिल हैं।

स्रोत: विकिपीडिया

हिंदी में (अजय देवगन, जूही चावला और नसीरुद्दीन शाह अभिनीत) गीत बरसात के मौसम में लिरिक्स (Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi) लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हुआ और भारत में ट्रेंडिंग गानों में से एक बन गया। दर्शकों के बीच ‘बरसात के मौसम में’ के लिरिक्स भी बहुत लोकप्रिय हैं। बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में बहुत लोकप्रिय होने का कारण उनका आकर्षण है और हम में से अधिकांश लोग Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi सीखना चाहते हैं और उन्हें गाना चाहते हैं। बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में (Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi) वास्तव में सुखदायक हैं।

मुझे उम्मीद है कि बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में ने आपकी मदद की है। यदि आपके पास Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi या इस वेबसाइट की किसी अन्य सामग्री से संबंधित कोई समस्या/प्रश्न है या यदि आपको बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में (Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi) कोई गलती मिलती है, तो मुझसे [email protected] पर संपर्क करने में संकोच न करें या इस फ़ॉर्म भरें।

अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi मुझे कहाँ मिलेगा?

Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi आपको ऊपर इस पेज पर ही मिलेगा।

बरसात के मौसम में लिरिक्स के गायक कौन हैं?

कुमार शानू और रूप कुमार राठौड बरसात के मौसम में लिरिक्स के गायक हैं।

बरसात के मौसम में लिरिक्स के संगीतकार कौन हैं?

बरसात के मौसम में लिरिक्स के म्यूजिक कंपोजर अनु मलिक हैं।

बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में किसने लिखा?

सुदर्शन फ़ाकीर ने बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में लिखा है।

बरसात के मौसम में के लिरिक्स की भाषा क्या है?

बरसात के मौसम में लिरिक्स की भाषा हिन्दी है।

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  • Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics in Hindi क्या है?
  • बरसात के मौसम में लिरिक्स हिंदी में मुझे कहाँ मिलेगा?
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